क्या आप जानते हैं कि आपका मोबाइल आपके दिमाग में चल रही बात लोगों तक कैसे पहुंचाता है ।
दुनिया भर में बहुत से लोगों के पास स्मार्टफोन है ,पूरी दुनिया में इंटरनेट यूजर्स की संख्या अधिक से अधिक बढ रही है ,और लोग अपने दिन का समय का एक हिस्सा अपने स्मार्टफोन का उपयोग करते हुए गुजार देते हैं ,और यह आज जीवन शैली का एक अंग बन चुका है ,परंतु हम सब कोई भी जानना चाहिए -कि आज हम जिस स्मार्टफोन का उपयोग कर रहे हैं ,और दुनिया भर की सूचनाओं से प्राप्त करने के लिए जितनी सरलता हमें प्राप्त हुई है- उतने ही सरलता प्राप्त हुई है !स्मार्ट फोन के माध्यम से आप पर निगरानी रखने वालों को जी हां आज स्मार्टफोन के माध्यम से दुनिया भर के बहुत मोबाइल यूजर्स का महत्वपूर्ण डाटा कुछ कंपनियों के पास है ,इस डाटा में आपको क्या पसंद है ,किस पार्टी को आप पसंद करते हैं ,किस वस्तु को आप पसंद करते हैं ,कौन सा प्रोडक्ट आपको चाहिए ,क्या आप अपने मोबाइल पर सर्च कर रहे हैं ,इस तरह की बहुत सारी आप की गतिविधियों का रिकॉर्ड यूजर डाटा कहलाता है ,आप की इन गतिविधियों पर निगरानी रखकर आपकी सोच को प्रभावित किया जा सकता है !
इसको हम एक उदाहरण के तौर पर समझते हैं ! मान लीजिए आप ने किसी एक ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट पर अपने लिए किसी टीशर्ट के डिजाइन देखे थे ,और किसी मोबाइल फोन के बारे में आपने सर्च किया था ! तो आप इस बात को नोटिस कहिए -कि आपको अपने फोन कि स्क्रीन पर उससे संबंधित ही एडवर्टाइज आपको दिखाए जाएंगे- आपको उसी प्रकार की टीशर्ट के एडवर्टाइज दिखाई जाएंगे और उसी प्रकार के फोन के विज्ञापन दिखाए जाएंगे जो आपने सर्च किए हैं -
यहां तक तो चलो ठीक है -कि कोई व्यवसायिक कंपनियां अपना प्रोडक्ट बेचने के लिए आपको विज्ञापन दिखा सकती है ! लेकिन आप जरा सोच कर देखिए कि- अगर देश के राजनीतिक पार्टियां हमारी सोच को बदलने के लिए - हमारी सोच को नियंत्रित करने के लिए -हमें ऐसे संदेश दिखाएं -ऐसे विज्ञापन दिखाए जिससे कि हमारा वोट करने का नजरिया बदलें -हमारी राय में हमारी सोच में परिवर्तन हो जाए- तो ऐसा नियंत्रण उन लोगों के लिए तो शासन करने का जरिया हो सकता है -लेकिन लोगों की भविष्य- लोगों की जिंदगी पर इसका कितना प्रभावी असर हो सकता है, इसका शायद आप अंदाज़ा लगा भी नहीं सकते ,और यह सिर्फ ख्याली बातें नहीं है ! बहुत सारे देशों में ऐसा हो चुका है ,ऐसा हो रहा है की सोशल मीडिया की वेबसाइट के माध्यम से ऐसे संदेश और कंटेंट का उपयोग करके लोगों की सोच नियंत्रित की जा रही है -बदली जा रही है -और उस एन वक्त पर उनसे वही करवाया जा रहा है जो चाहते हैं !
मेरे इस लेख का तात्पर्य मेरा आपसे यह है !कि आप जो भी आपके सोशल मीडिया अकाउंट है !जिनसे आप संदेश भेजते हैं! जिन पर आप संदेशों को लाइक करते हैं! जिन पर आप तस्वीरें भेजते हैं !वीडियो शेयर करते ,अपनी बातें रखते हैं -फोन पर जो भी आपको संदेश देखने को मिले -वीडियो देखने को मिले -उस पर आप अपनी बुद्धि से अपने विवेक से काम लेते हुए विश्वास करें ! ना लोगों के नजरिए के कारण क्योंकि आधुनिकता मैं सुविधाओं के कारण आपकी सोच में लोगों ने प्रवेश पा लिया है !
तो सलामत रहिए !
सुरक्षित रहिए !
सावधान रहिए !
दुनिया भर में बहुत से लोगों के पास स्मार्टफोन है ,पूरी दुनिया में इंटरनेट यूजर्स की संख्या अधिक से अधिक बढ रही है ,और लोग अपने दिन का समय का एक हिस्सा अपने स्मार्टफोन का उपयोग करते हुए गुजार देते हैं ,और यह आज जीवन शैली का एक अंग बन चुका है ,परंतु हम सब कोई भी जानना चाहिए -कि आज हम जिस स्मार्टफोन का उपयोग कर रहे हैं ,और दुनिया भर की सूचनाओं से प्राप्त करने के लिए जितनी सरलता हमें प्राप्त हुई है- उतने ही सरलता प्राप्त हुई है !स्मार्ट फोन के माध्यम से आप पर निगरानी रखने वालों को जी हां आज स्मार्टफोन के माध्यम से दुनिया भर के बहुत मोबाइल यूजर्स का महत्वपूर्ण डाटा कुछ कंपनियों के पास है ,इस डाटा में आपको क्या पसंद है ,किस पार्टी को आप पसंद करते हैं ,किस वस्तु को आप पसंद करते हैं ,कौन सा प्रोडक्ट आपको चाहिए ,क्या आप अपने मोबाइल पर सर्च कर रहे हैं ,इस तरह की बहुत सारी आप की गतिविधियों का रिकॉर्ड यूजर डाटा कहलाता है ,आप की इन गतिविधियों पर निगरानी रखकर आपकी सोच को प्रभावित किया जा सकता है !
इसको हम एक उदाहरण के तौर पर समझते हैं ! मान लीजिए आप ने किसी एक ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट पर अपने लिए किसी टीशर्ट के डिजाइन देखे थे ,और किसी मोबाइल फोन के बारे में आपने सर्च किया था ! तो आप इस बात को नोटिस कहिए -कि आपको अपने फोन कि स्क्रीन पर उससे संबंधित ही एडवर्टाइज आपको दिखाए जाएंगे- आपको उसी प्रकार की टीशर्ट के एडवर्टाइज दिखाई जाएंगे और उसी प्रकार के फोन के विज्ञापन दिखाए जाएंगे जो आपने सर्च किए हैं -
यहां तक तो चलो ठीक है -कि कोई व्यवसायिक कंपनियां अपना प्रोडक्ट बेचने के लिए आपको विज्ञापन दिखा सकती है ! लेकिन आप जरा सोच कर देखिए कि- अगर देश के राजनीतिक पार्टियां हमारी सोच को बदलने के लिए - हमारी सोच को नियंत्रित करने के लिए -हमें ऐसे संदेश दिखाएं -ऐसे विज्ञापन दिखाए जिससे कि हमारा वोट करने का नजरिया बदलें -हमारी राय में हमारी सोच में परिवर्तन हो जाए- तो ऐसा नियंत्रण उन लोगों के लिए तो शासन करने का जरिया हो सकता है -लेकिन लोगों की भविष्य- लोगों की जिंदगी पर इसका कितना प्रभावी असर हो सकता है, इसका शायद आप अंदाज़ा लगा भी नहीं सकते ,और यह सिर्फ ख्याली बातें नहीं है ! बहुत सारे देशों में ऐसा हो चुका है ,ऐसा हो रहा है की सोशल मीडिया की वेबसाइट के माध्यम से ऐसे संदेश और कंटेंट का उपयोग करके लोगों की सोच नियंत्रित की जा रही है -बदली जा रही है -और उस एन वक्त पर उनसे वही करवाया जा रहा है जो चाहते हैं !
मेरे इस लेख का तात्पर्य मेरा आपसे यह है !कि आप जो भी आपके सोशल मीडिया अकाउंट है !जिनसे आप संदेश भेजते हैं! जिन पर आप संदेशों को लाइक करते हैं! जिन पर आप तस्वीरें भेजते हैं !वीडियो शेयर करते ,अपनी बातें रखते हैं -फोन पर जो भी आपको संदेश देखने को मिले -वीडियो देखने को मिले -उस पर आप अपनी बुद्धि से अपने विवेक से काम लेते हुए विश्वास करें ! ना लोगों के नजरिए के कारण क्योंकि आधुनिकता मैं सुविधाओं के कारण आपकी सोच में लोगों ने प्रवेश पा लिया है !
तो सलामत रहिए !
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सावधान रहिए !
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